1947 में ब्रिटिश शासन से मुक्ति के बाद देश का विकास एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था। भारत के पहले प्रधान मंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने 1951 में देश के विकास के लिए सोवियत संघ से अपनाई गई पहली पंचवर्षीय योजना शुरू की। तब से अब तक कुल बारह पंचवर्षीय योजनाएँ हो चुकी हैं और अंतिम पंचवर्षीय योजना यानी बारहवीं योजना ने मार्च 2017 में अपना कार्यकाल पूरा किया।

1951 से 2014 तक योजना आयोग (Planning Commission) द्वारा पंचवर्षीय योजनाएं विकसित, क्रियान्वित और निगरानी की गईं । जिसमें प्रधान मंत्री पद के अधिकार से भारत के योजना आयोग के अध्यक्ष के रूप में थे और समिति में एक कैबिनेट मंत्री को उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया जाता था। जवाहरलाल नेहरू योजना आयोग के पहले अध्यक्ष थे। आयोग द्वारा टॉप-डाउन मॉडल का दृष्टिकोण अपनाया गया था।

2014 में नरेंद्र मोदी सरकार ने योजना आयोग को भंग कर दिया और 2015 में इसके स्थान पर नीति आयोग (NITI Aayog) स्थापित किया। यह भारत सरकार के शीर्ष सार्वजनिक नीति (Public Policy) थिंक टैंक और आर्थिक विकास (Economic Development) को उत्प्रेरित करने वाली नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।

नीति आयोग बॉटम-अप दृष्टिकोण का उपयोग करता है। इसकी पहलों में “15-वर्षीय रोड मैप“, “7-वर्षीय दृष्टिरणनीति और कार्य योजना“, अमृत, डिजिटल इंडियाअटल इनोवेशन मिशनचिकित्सा शिक्षा सुधारकृषि सुधार शामिल हैं।

नीति आयोग परिषद में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ दिल्ली और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री, सभी केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और प्रधान मंत्री द्वारा नामित एक उपाध्यक्ष शामिल हैं। इसके अलावा, प्रमुख विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों से अस्थायी सदस्यों का चयन किया जाता है।

पंचवर्षीय योजना (Five Year Plan) का मुख्य उद्देश्य देश की विकास दर (Growth rate) को बढ़ाना है, इसके साथ ही उन योजनाओं में सामाजिक न्यायगरीबी दूर करनारोजगारआधुनिकीकरण आदि पर भी ध्यान दिया गया।

भारत की सभी पंचवर्षीय योजनाओं की सूची (List of all Five Year Plans of India)

भारत की पंचवर्षीय योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य इस प्रकार हैं : –

पंचवर्षीय योजनाअवधिअध्यक्षउपाध्यक्षमुख्य उद्देश्यटिप्पणी
पहली योजना1951-1956जवाहरलाल नेहरूगुलज़ारीलाल नन्दाकृषि का विकास1. हैरोड-डोमर मॉडल पर आधारित
2. नियोजित बजट-  ₹2,378 करोड़
3. लक्ष्य वृद्धि दर – 2.1%
4. प्राप्त वृद्धि दर- 3.6%
दूसरी योजना1956-1961जवाहरलाल नेहरूवी.टी. कृष्णामाचारीतीव्र औद्योगिकीकरण1.  प्रशांत चंद्र महालनोबिस मॉडल पर आधारित
2. नियोजित बजट- 4800 करोड़
3. लक्ष्य वृद्धि दर –  4.5%
4. प्राप्त वृद्धि दर – 4.27%
तीसरी योजना1961-1966जवाहरलाल नेहरूचंदूलाल माधवलाल त्रिवेदीकृषि व उद्योग दोनों के विकास को लगभग समान महत्व दिया गया।1.जॉन सैंडी और सुखमय चक्रवर्ती के मॉडल पर आधारित
2. नियोजित बजट- 7500 करोड़
3. लक्ष्य वृद्धि दर –  5.6%
4. प्राप्त वृद्धि दर – 2.4%
योजनावकाश1966–1969
चौथी योजना1969-1974 इंदिरा गांधीधनंजय रामचन्द्र गाडगिलस्थिरता के साथ विकास और आत्मनिर्भरता की ओर प्रगति1. गाडगिल फार्मूले पर आधारित
2. नियोजित बजट- 15,902 करोड़
3. लक्ष्य वृद्धि दर –  5.6%
4. प्राप्त वृद्धि दर – 3.3%
पाँचवीं योजना1974-1978इंदिरा गांधीपी. एन. हक्सररोजगार, गरीबी उन्मूलन (गरीबी हटाओ), और न्याय, कृषि उत्पादन और रक्षा में आत्मनिर्भरता1. नियोजित बजट- 39,303 करोड़
2. लक्ष्य वृद्धि दर –   4.4%
3. प्राप्त वृद्धि दर – 4.8%
रोलिंग प्लान1978-1980
छठी योजना1980-1985इंदिरा गांधीएन.डी. तिवारीआर्थिक उदारीकरण, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास, परिवार नियोजन1. नियोजित बजट- 97,500 करोड़
2. लक्ष्य वृद्धि दर –   5.2%
3. प्राप्त वृद्धि दर –  5.7%
सातवीं योजना1985-1990राजीव गांधीमनमोहन सिंहसामाजिक न्याय के माध्यम से आर्थिक उत्पादकता बढ़ाने, खाद्यान्न उत्पादन और रोजगार पैदा करने के क्षेत्रों में विकास स्थापित करना।1. नियोजित बजट- 39,303 करोड़
2. लक्ष्य वृद्धि दर –   5.0%
3. प्राप्त वृद्धि दर –  6.01%
वार्षिक योजनाएँ1990-1992
आठवीं योजना1992-1997पी.वी. नरसिम्हा रावप्रणब मुखर्जीउद्योगों का आधुनिकीकरण1. नियोजित बजट- 4,30,000 करोड़
2. लक्ष्य वृद्धि दर –  5.6%
3. प्राप्त वृद्धि दर –  6.8%
नौवीं योजना1997-2002अटल बिहारी वाजपेयीजसवन्त सिंहआर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए देश की गुप्त और अज्ञात आर्थिक क्षमता का उपयोग करना1. नियोजित बजट- 8,59,200 करोड़
2. लक्ष्य वृद्धि दर – 6.5%
3. प्राप्त वृद्धि दर – 5.4%
दसवीं योजना2002-2007अटल बिहारी वाजपेयीप्रति वर्ष 8% जीडीपी वृद्धि हासिल करना, 2007 तक गरीबी दर में 5% की कमी, उच्च गुणवत्ता वाला रोजगार
1. लक्ष्य वृद्धि दर – 8.1%
2. प्राप्त वृद्धि दर –  7.7%
ग्यारहवीं योजना2007-2012मनमोहन सिंह2011-12 तक 18-23 वर्ष आयु वर्ग के उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़ाना, तीव्र एवं समावेशी विकास, दूरस्थ शिक्षा, शिक्षा एवं कौशल विकास के माध्यम से सशक्तिकरण
1. लक्ष्य वृद्धि दर –  8.1%
2. प्राप्त वृद्धि दर – 7.9%
बारहवीं योजना2012-2017मनमोहन सिंहमोंटेक सिंह अहलूवालियागैर-कृषि क्षेत्रों में 50 मिलियन नए रोजगार के अवसर पैदा करना, 0-3 वर्ष की आयु के बच्चों में कुपोषण को कम करना, स्कूल नामांकन में लिंग और सामाजिक अंतर को दूर करना।
1. लक्ष्य वृद्धि दर –  9.25%
2. प्राप्त वृद्धि दर – 8.0%